संकष्ट चतुर्थी 7 जून
संकष्टी चतुर्थी भारत में विभिन्न राज्यों में मनाई जाती है। यह हिन्दू धर्म का एक प्रमुख त्योहार है और भारत के अन्यतम भागों में व्यापक रूप से मनाया जाता है। इस व्रत को श्रद्धा और भक्ति के साथ भगवान गणेश की पूजा के लिए किया जाता है।
यह त्योहार विशेष रूप से महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक, तमिलनाडु, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे राज्यों में प्रमुखता से मनाया जाता है। इन राज्यों में संकष्टी चतुर्थी पर लोग गणेश जी की पूजा करते हैं, व्रत रखते हैं और गणेश जी के नाम के जाप और भजन करते हैं।
हालांकि, इसे अन्य राज्यों में भी धार्मिक और सांस्कृतिक समारोह के रूप में मनाया जाता है, जहां हिन्दू समुदाय मौजूद होता है।
चंद्रोदय क्या है और उसका महत्व
चंद्रोदय शब्द दो भागों से मिलकर बना है – “चंद्र” और “उदय”। “चंद्र” का अर्थ होता है चंद्रमा (मास का चंद्रमा) और “उदय” का अर्थ होता है सूर्योदय (सूर्य की प्रकटि)। चंद्रोदय का अर्थ होता है चंद्रमा के उदय की समयगणना करना।
चंद्रोदय समय चंद्रमा के उपास्य भाग की प्रारंभिक प्रकटि का समय होता है। यह समय दिन के प्रथम संधि के दौरान घटित होता है, जब सूर्य की प्रकाशमान किरणों के कारण चंद्रमा की प्रकटि देखी जा सकती है। चंद्रोदय के समय चंद्रमा पूर्णता के निकट नहीं होता होने के कारण, इस समय चंद्रमा दिखाई नहीं देता है, लेकिन उसकी प्रकटि की शुरुआत होती है।
चंद्रोदय के समय विभिन्न धार्मिक और पौराणिक कार्यक्रमों की आयोजना होती है, जैसे पूजा, आरती, मंत्र-जाप, व्रत, और धार्मिक अभिषेक आदि। इस समय भक्तों को चंद्रमा और देवी देवताओं की आराधना करने का अवसर मिलता है। चंद्रोदय धार्मिक पर्वों और पूजाओं के आयोजन के लिए महत्वपूर्ण समय होता है।
7 जून को चंद्रोदय का समय
इस दिन चंद्रोदय का शुभ समय रात्रि 10 बजकर 50 मिनट का समय है।